दिल मेरा फिर कोई गीत गुनगुना रहा है


दिल मेरा फिर कोई गीत गुनगुना रहा है



❤️दिल मेरा फिर कोई गीत गुनगुना रहा है ..!
सुना है मोहब्बत का दिन करीब आ रहा है❤️

❤️मोहब्बत पनप रही है दिल में तेरा लिए
जुबाँ से न सही आप निगाहों से समझ लो❤️

❤️इश्क करना है तो रात की तरह करो
जिसे चांद भी कुबूल है और जड़ी भी ❤️

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